श्री चिंतामणि पारसनाथ चालीसा शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करूँ प्रणाम। उपाध्याय आचार्य का ले सुखकारी नाम।। सर्व साधु […]
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श्री चिंतामणि पारसनाथ चालीसा शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करूँ प्रणाम। उपाध्याय आचार्य का ले सुखकारी नाम।। सर्व साधु […]
शीश नवा अरिहंत को, सिद्धन करू प्रणामउपाध्याय आचार्य का ले सुखकारी नाम ॥१॥ सर्व साधू और सरस्वती, जिनमन्दिर सुखकारमहावीर भगवान्
श्री चिंतामणि पारसनाथ स्तोत्र नरेन्द्रं फणीन्द्रं सुरेन्द्रं अधीशं, शतेन्द्रं सु पुजै भजै नाय शीशं।मुनीन्द्रं गणीन्द्रं नमे जोड़ि हाथं, नमो देव